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‘भारत को जानो ‘ अभियान से तीन लाख से अधिक छात्रों को जोड़ने का लक्ष्य

नई दिल्ली: भारत विकास परिषद (बीवीपी) ने इस वर्ष ‘भारत को जानो अभियान’ से तीन लाख से अधिक छात्रों को जोड़ने का लक्ष्य तय किया है। इस अभियान से देशभर में जुड़े 35 हजार से अधिक स्कूलों की संख्या में भी बढ़ोतरी की जाएगी। यह निर्णय पीतमपुरा स्थित परिषद के मुख्यालय में हाल ही में हुई दो दिवसीय राष्ट्रीय परिषद की बैठक में लिया गया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के आनुषांगिक संगठन बीवीपी के इस अभियान के तहत स्कूलों में पुस्तिका वितरण के साथ नगर से लेकर राष्ट्रीय स्तर पर प्रतियोगिता आयोजित कराई जाती है। 40 वर्षों से चले आ रहे इस वार्षिक आयोजन के माध्यम से भावी पीढ़ी को अपनी संस्कृति, धार्मिक-ऐतिहासिक धरोहर, महापुरुषों, भौगोलक विशिष्टता, दर्शन, त्याग, योग व देशभक्ति गीत समेत अन्य विशेषताओं से परिचित कराते हुए उन्हें जागरूक किया जाता है।

हर वर्ष यह आयोजन जुलाई माह में प्रारंभ होकर दिसंबर में संपन्न होता है। अभी यह अभियान करीब सवा दो लाख बच्चों तक पहुंचा है। इसे इस वर्ष तीन लाख बच्चों तक पहुंचाने का लक्ष्य तय किया गया है। इसी तरह गुरु वंदन कार्यक्रम के विस्तार की भी रूपरेखा बनी। बैठक में जयपुर, पठानकोट और लखनऊ में नए केंद्र खोले जाने की जानकारी दी गई। इन केंद्रों के साथ देशभर में परिषद के कुल 26 केंद्र हो गए हैं।

बैठक में महिलाओं के लिए चलाए जा रहे एनीमिया मुक्त भारत अभियान को गति देते हुए और आजादी के अमृत महोत्सव से जोड़ते हुए देशभर में 75 बहुउद्देशीय एम्बुलेंस चलाने का निर्णय लिया गया। इसके माध्यम से 50 लाख परिवारों तक पहुंचने का प्रयास होगा। विशेष बात यह कि स्वास्थ्य के साथ-साथ आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को आगे बढ़ाते हुए इस बहुउद्देशीय एम्बुलेंस में महिलाओं के लिए जागरूकता व कौशल विकास प्रशिक्षण की सुविधाएं भी रहेंगी। साथ ही परिषद द्वारा देशभर से दो लाख कार्यकर्ताओं का ब्लड डोनर बैंक बनाने का निर्णय भी बैठक में लिया गया।

इस बैठक में संगठन की दृष्टि से देशभर के 76 प्रांतों के 280 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया और देशभर में परिषद द्वारा चलाए जा रहे सेवा, संस्कार, संपर्क, समग्र ग्राम विकास, महिला व बाल विकास व पर्यावरण के क्षेत्र में किए गए कार्यों पर विस्तृत रिपोर्ट रखी गई। साथ ही परिषद के ध्येय-समृद्ध वर्ग व बुद्धिजीवियों को संगठित करके वंचित व उपेक्षित वर्ग के लिए सेवा कार्य करने के संकल्प को और मजबूती से आगे बढ़ाने का संकल्प लिया गया। परिषद की देशभर में 1550 पारिवारिक शाखाएं हैं, जिनसे 65 हजार से अधिक सदस्य परिवार जुड़े हुए हैं। इन परिवार शाखाओं के माध्यम से सेवा व संस्कार के कार्यक्रम किए जाते हैं। मौजूदा समय में परिषद द्वारा देशभर में शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वावलंबन व सामाजिक कार्यों के लिए 1,680 स्थायी प्रकल्प चलाए जा रहे हैं, जिनमें पिछले वर्ष स्वास्थ्य जांच शिविरों से ही पांच लाख से अधिक लाभार्थी रहे हैं।

इस बैठक में संगठन में भी थोड़ा फेरबदल किया गया है। अगले दो वर्षों के लिए गजेंद्र सिंह संधू व श्याम शर्मा को राष्ट्रीय अध्यक्ष व राष्ट्रीय महामंत्री पद के लिए पुन: निर्वाचित किया गया है। इसी तरह, राष्ट्रीय वित्त मंत्री पद के लिए महेश बाबू गुप्ता का निर्वाचन हुआ, जबकि वरिष्ठ प्रचारक सुरेश जैन को पुनः राष्ट्रीय संगठन मंत्री के साथ विक्रांत खंडेलवाल को संगठन मंत्री नामित किया गया। सम्पत खुरदिया व सुनील खेड़ा को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई। इसी तरह नौ क्षेत्रीय चेयरमैन व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पदनाम में बदलाव करते हुए क्षेत्रीय अध्यक्ष नाम दिया गया है।

जागरण : 29 March 2022