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किशोरी बच्चियों एवं महिलाओं में एनीमिया के लिए जन जागरूकता अभियान

दुमका: भारत विकास परिषद, दुमका इकाई के तत्वाधान में दुमका प्रखंड के ठाडी गांव में किशोरी बच्चियों एवं महिलाओं में एनीमिया जैसी घातक बीमारी की रोकथाम के लिए जन जागरूकता के साथ-साथ हीमोग्लोबिन टेस्ट कराया गया, इस दौरान ठाडी गांव के लगभग 40 किशोरी एवं महिलाओं का हीमोग्लोबिन टेस्ट किया गया। इनकी जांच रिपोर्ट के आधार पर इन्हें चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी एवं खून की कमी जैसे उपायों के रूप में चना गुड़ एवं चना के सत्तू का वितरण किया जाएगा। भारत विकास परिषद के एनीमिया उन्मूलन जैसे कार्यक्रम में हिमोग्लोबिन टेस्ट आदि जांच के लिए सुरक्षा डायग्नोसिस सेंटर का बड़ा योगदान रहा है।

शुभम कुमार ने सभी बच्चों एवं महिलाओं के खून की कमी का जांच की। कार्यक्रम के अवसर पर भारत विकास परिषद के सचिव के द्वारा एनीमिया जैसे बीमारियों के रोकथाम के लिए बच्चों में महिलाओं को तिरंगा भोजन करने की सलाह दी गयी, जिससे उनके शरीर में पोषक तत्वों की कमी को दूर किया जा सके और सरकार द्वारा चलाए जा रहे पोषण अभियान जैसे कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलाया जा सके। दुमका जिले में महिलाओं एवं बच्चों में खून की कमी की समस्या को दूर करने के उद्देश्य भारत विकास परिषद क्षेत्रवार हीमोग्लोबिन टेस्ट आदि कराने का निर्णय लिया है एवं उसके अनुरूप पोषक तत्व की भरपूर मात्रा उपलब्ध कराने का उद्देश्य सामाजिक रुप से बैठक कर पारिवारिक स्तर पर विचार विमर्श कर उनके बीच जागरूकता फैलाने की बात कही गयी। ताकि इससे किशोरियों एवं महिलाओं को शारीरिक रूप से तंदुरुस्त कर समाज को मजबूत किया जा सके, क्योंकि जब तक हमारी ग्रामीण भारत की महिलाएं शारीरिक रूप से मजबूत और तंदुरुस्त नहीं होंगी, तब तक हमारा भविष्य मजबूत नहीं होगा।

भारत विकास परिषद की अध्यक्ष भारती शर्मा ने एनीमिया जैसी बीमारी को दूर करने के लिए चिकित्सीय सुविधा के लिए दुमका के सिविल सर्जन एवं समाज कल्याण पदाधिकारी से मुलाकात कर वस्तु स्थिति से अवगत कराने की बात कही। इस दौरान ठाडी गांव के ग्रामीणों के बीच वस्त्र वितरण किया गया। इस अवसर पर भारत विकास परिषद के उपाध्यक्ष प्रोफेसर अनहद लाल, भारत विकास परिषद के महिला सदस्य संगीता अग्रवाल, प्रीति भालोटिया, नूतन बालाजी, मुन्ना कुमार एवं ग्रामीण राजेश राय, सुनीता देवी, प्रीति कुमारी, सरस्वती कुमारी, गायत्री देवी, रूपलाल राय, ब्रह्मदेव राय एवं सुरक्षा डायग्नोसिस सेंटर शिवम कुमार आदि का महत्वपूर्ण योगदान रहा।