Hindi Winner Team
Sanskrit Winner Team
Lokgeet Winner Team

49th All India National Group Song Competition (NGSC)

भारत विकास परिषद के संस्कार प्रकल्प “राष्ट्रीय समूहगान प्रतियोगिता” का अखिल भारतीय आयोजन 2 व 3 दिसंबर को आगरा में ब्रज प्रांत के आतिथ्य में संपन्न हुआ। शमसाबाद रोड स्थित सेंट एंड्रयूज स्कूल के भव्य सभागार में रविवार को देर शाम तक चली प्रतियोगिता के कड़े मुकाबले में लुधियाना, नासिक और गाजियाबाद की टीमों ने विजयश्री प्राप्त की।

उल्लेखनीय है कि भारत विकास परिषद द्वारा प्रतिवर्ष राष्ट्रीय समूहगान प्रतियोगिता के अंतर्गत, देशभर में अपनी शाखाओं के माध्यम से विभिन्न स्कूलों में राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत “हिन्दी समूहगान”, “संस्कृत समूहगान” एवं “लोकगीत” प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है। स्कूल स्तर के बाद शाखा स्तर, प्रांत स्तर व क्षेत्र स्तरीय प्रतियोगिताओं के बाद चयनित विजेता टीमों को अखिल भारतीय स्तर पर प्रतिभाग करने का मौका मिलता है। इस वर्ष आगरा में आयोजित अखिल भारतीय प्रतियोगिता में भारत विकास परिषद के 10 सांगठनिक क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करते हुए लुधियाना (पंजाब), गोहाना (हरियाणा), गाजियाबाद, झांसी, भीलवाड़ा, नासिक, इंदौर, चेन्नई, भुवनेश्वर और अगरतला (त्रिपुरा) की टीमों ने प्रतिभाग किया।

2 दिसंबर को भारत विकास परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री गजेंद्र सिंह संधू द्वारा शुभारंभ किए जाने के बाद, रविवार 3 दिसंबर को इन टीमों के बीच हिन्दी, संस्कृत एवं लोकगीतों की सामूहिक गायन की प्रतियोगिताएं संपन्न हुईं। भारत की सांस्कृतिक एकता को प्रदर्शित करते हुए जब हिंदी और गैर हिंदी भाषी क्षेत्रों की टीमों ने जब हिंदी में देशभक्ति के गीत गाए, तो उपस्थित श्रोताओं के मन में राष्ट्र-भाव हिलौरें लेने लगा। युवा पीढ़ी के विद्यार्थियों द्वारा देववाणी संस्कृत में धाराप्रवाह सामूहिक गीत गाया जाना सुखद आश्चर्य प्रदान कर रहा था। लोकगीत प्रतियोगिता के अंतर्गत तमिल, पंजाबी, हरियाणावी, राजस्थानी, ब्रज, बुंदेलखंडी, अवधी, उड़िया, त्रिपुरा एवं मालवा की लोक संस्कृति को प्रदर्शित करते लोकगीतों की प्रस्तुति ने भारत की “विविधता में एकता” के भाव को स्पष्ट कर दिया। कार्यक्रम में उपस्थित श्रोतागण इन लोकगीतों की भाषा को न जानते हुए भी उनके भाव के साथ आनंद लेते हुए झूमने लगे।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में बेंगलुरु से पधारी सुप्रसिद्ध कर्नाटक संगीतकार डॉ सुमा सुधीन्द्र ने मनुष्य के शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक विकास में संगीत के महत्व को बताते हुए, इस प्रतियोगिता के उद्देश्य की भूरि-भूरि प्रशंसा की। परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री गजेंद्र सिंह संधू ने युवाओं के मन में राष्ट्रभक्ति का भाव जगाने एवं उत्साहवर्धन करने में इस प्रतियोगिता के महत्व को रेखांकित किया। मुख्य वक्ता के रूप में परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री श्री श्यामलाल शर्मा ने विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हुए, अपने स्वयं के एवं राष्ट्र के उत्थान हेतु परिश्रम करने का आवाहन किया। राष्ट्रीय संगठन मंत्री श्री सुरेश जैन ने कहा कि भारत विकास परिषद द्वारा सेवा के विभिन्न प्रकल्पों के साथ ही संस्कार के क्षेत्र में राष्ट्रीय समूहगान प्रतियोगिता जैसे कार्यक्रमों से युवा पीढ़ी में संस्कार संवर्धन का कार्य किया जा रहा है। राष्ट्रीय समूहगान प्रतियोगिता के प्रकल्प चेयरमैन श्री चंद्रसेन जैन ने प्रकल्प की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की। परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री सुनील खेड़ा ने पिछले दिनों भारत विकास परिषद के ही श्री बसंत गुप्ता के पुत्र कैप्टन शुभम गुप्ता के बलिदान को याद करते हुए युवाओं को इससे प्रेरणा लेने का आह्वान किया। कार्यक्रम के स्वागताध्यक्ष के रूप में सेंट एंड्रयूज ग्रुप ऑफ़ एजुकेशन के चेयरमैन डॉ गिरधर शर्मा एवं परिषद के वरिष्ठ सदस्य श्री उल्लास दोनेरिया की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।

अतिथियों का स्वागत परिषद के क्षेत्रीय अध्यक्ष डॉ तरुण शर्मा ने किया। उद्घाटन सत्र में धन्यवाद ज्ञापन प्रांतीय अध्यक्ष श्री राहुल गर्ग ने तथा द्वितीय दिवस धन्यवाद ज्ञापन प्रांतीय कोषाध्यक्ष धर्मगोपाल मित्तल ने दिया। कार्यक्रम का संचालन क्षेत्रीय महासचिव श्री अनुराग दुबलिश एवं प्रांतीय महासचिव सोमदेव सारस्वत ने किया।

कार्यक्रम में श्री केशव दत्त गुप्ता, प्रवीण गर्ग, श्री प्रमोद सिंघल, श्री विनय सिंह, श्री हरि नारायण चतुर्वेदी, श्री विनय सिंघल, डॉ कैलाश चंद्र सारस्वत, श्रीमती गुंजन अग्रवाल, श्री मुकेश मित्तल, श्री हरीश सुनेजा, श्री पुष्पेंद्र गोयल, श्री रवि शिवहरे, श्री अखिलेश भटनागर, श्री राजेश गोयल, श्री अमित गुप्ता, श्री अमित मित्तल, श्री संजीव दोनेरिया, श्री नूतन बंसल, श्री टीटू गोयल, श्री रोहित पुरी, श्री पुष्पेंद्र सिसोदिया, श्री शिव कुमार शर्मा, श्री दिग्विजय सिंह, श्री अंबा प्रसाद गर्ग, तपन अग्रवाल, श्री शैलेंद्र कुमार, श्री मधुराम दोनेरिया, श्री मनीष जैन,श्रीमती पूनम जैन, श्रीमती दीपा गर्ग ने विभिन्न व्यवस्थाओं को संभाला। 

प्रतियोगिता के अंतिम परिणाम इस प्रकार रहे-

राष्ट्रीय हिंदी समूह गान प्रतियोगिता
प्रथम – लुधियाना (उत्तर-1 क्षेत्र)
द्वितीय – नासिक (पश्चिम क्षेत्र)
तृतीय – भुवनेश्वर (पूर्वी क्षेत्र)

संस्कृत समूहगान भगवान प्रतियोगिता
प्रथम – नासिक (पश्चिम क्षेत्र)
द्वितीय – गाजियाबाद (उत्तर मध्य-1 क्षेत्र)
तृतीय – लुधियाना (उत्तर-1 क्षेत्र)

लोकगीत प्रतियोगिता
प्रथम – गाजियाबाद (उत्तर मध्य-1 क्षेत्र)
द्वितीय – गोहाना, हरियाणा (उत्तर-2 क्षेत्र)
तृतीय – भुवनेश्वर (पूर्वी क्षेत्र)

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