Rashtriya Chetna Ke Swar - राष्ट्रीय चेतना के स्वर

यह अमर शहीदों की धरती


यह अमर शहीदों की धरती, बलिदान हुए लाखों जीवन। 
उनके बलिदानों को हम सब, शीश झुका कर करें नमन।। 
गाँधी, पटेल, नेहरु, सुभाष, लाल, बाल और पाल विपिन। 
कोटि चरण चल पड़े साथ, ले सत्य अहिंसा का सम्बल।। 
उनके पथ पर हम बढ़े चलें, भारत होगा नंदन उपवन 
शीश झुका कर करें नमन।।1।। 

अपने इस देश की रक्षा हित, अशफाक, भगत, आज़ाद बनें। 
इस देश पे मरने मिटने का, बिस्मिल सा मन में भाव भरें।। 
रोशन सिंह जैसे वीर बनें, चमकायें, भारत भाग्य भुवन। 
शीश झुका कर करें नमन।।2।। 

पुरखों का मन में ध्यान धरें, राणा सांगा की शान अमर। 
  कुंवर सिंह अभिलाषी की, तात्या, नाना की शान अमर।। 
उनकी आशा अभिलाषा को, हम करें पूर्ण देकर जीवन। 
शीश झुका कर करें नमन।।3।। 


जो हुए देश पर थे शहीद, उनका सुस्मित सम्मान करें। 
हम भी बलि पथ पर बढ़े चलें इस अमर देश का मान करें।। 
भारत के वीर-शहीदों का, हम करें, सदा शत-शत वन्दन। 
शीश झुका कर करें नमन।।4।।