भोपाल: भारत विकास परिषद श्रेष्ठ, सक्षम और समर्पित नागरिकों का संगठन है। जोड़कर सभी को देश की सेवा करना चाहिए परिषद के शपथ ग्रहण समारोह में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र सह कार्यवाह हेमंत मुक्तिबोध ने यह बात कही।
समारोह नंदवानी सभागृह में हुआ। परिषद के प्रांत उपाध्यक्ष चार्टर्ड अकाउंटेंट दीपक गोयल ने सर्वप्रथम अध्यक्ष कमल प्रेमचन्दानी को शपथ दिलवाई और उसके पश्चात सभी सदस्यों ने शपथ ली। समारोह के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र सह कार्यवाह हेमंत मुक्तिबोध ने अपने उद्बोधन में शपथ के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि शपथ लेने का अर्थ है कि उसको पूर्ण करने के लिए मन से काम करें केवल दिखावे के लिए नहीं। जिस प्रकार चाणक्य ने शपथ ली थी कि जब तक इस स्वार्थी और अधम राज्य को योग्य राजा नहीं मिलेगा तब तक मैं अपनी चोटी नहीं बांधूंगा। महाराणा प्रताप ने शपथ ली थी कि यवनों को अपने राज्य में पैर नहीं जमाने दूंगा और सारा जीवन वह जमीन पर सोते रहे घास फूस की रोटी खाई परंतु किसी के सामने झुके नही। मोनिका की परिषद सबसे अभावग्रस्त निचले स्तर के समाज के लोगों का उत्थान करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने नई कार्यकारिणी को अपनी शुभकामनाएं दी और विश्वास जताया के समाज के प्रति संवेदनशीलता बनाए रखकर यह संस्था काम करती रहेगी।
मीसाबंदी कर्नल पारवाणी और नरेश वासवानी का सम्मान
परिषद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य मेघा पवार ने भी अपने विचार रखे और विशेष अतिथि डॉ. प्रकाश बरतूनिया कुलाधिपति बाबासाहेब अंबेडकर विश्वविद्यालय लखनऊ द्वारा भी अपने विचार रखे गए। कार्यक्रम में आपातकाल में जेल भेजे गए मीसाबंदी कर्नल नारायण परवानी और नरेश वासवानी का अतिथियों द्वारा शाल श्रीफल से सम्मान किया गया। कार्यक्रम में कार्यकारिणी के अध्यक्ष कमल प्रेमचंदानी, सचिव दिनेश वाधवानी,एसी साधवानी, नवरंग धाकड़, प्रकाश आसूदानी, कीर्ति तोलानी के अतिरिक्त प्रमुख समाज सेवी हीरो ज्ञानचंदानी, विष्णु गेहाणी,एलसी जनियानी, वासुदेव वाधवानी, कन्हैया रामनानी, सुरेश राजपाल, भोजराज आसूदानी आदि उपस्थित थे। महेश दयारामानी, गुलाब जेठानी, मोहन मनवानी,किशन उदासी, राजेश बेलानी, हरीश मूलानी, सुरेन्द्र मोतियानी, राकेश हरपलानी, धर्मप्रकाश मोटवानी, डॉ निशा सक्सेना, सुंदर किशनानी, प्रकाश रंगवानी,देश अर्जवानी, तुलसी तोलानी, विकास आसनानी, साधना जैन आदि ने विभिन्न पदों के लिए शपथ ग्रहण की।