गौतम बुद्ध नगर: भारत विकास परिषद पश्चिमी उत्तर प्रदेश प्रांत (विकास रत्न प्रांत) के आतिथ्य में दिनांक 11 व 12 मई 2024 (शनिवार व रविवार) को दो दिवसीय क्षेत्रीय कार्यशाला – ज्ञानार्जन का आयोजन होटल बालमेंट, सेक्टर – 37, नौयडा, गौतम बुद्ध नगर (उत्तर प्रदेश) पर सम्पन्न हुआ।
यह कार्यशाला उत्तर मध्य क्षेत्र – प्रथम (NCR-1) के अन्तर्गत आने वाले परिषद के आठ प्रांतों – पश्चिमी उत्तर प्रदेश प्रांत, हस्तिनापुर प्रांत, उत्तराखण्ड पूर्व प्रांत,उत्तराखण्ड पश्चिमी प्रांत रूहेलखंड पश्चिमी प्रांत,रूहेलखंड पूर्व प्रांत ,बृज प्रांत व बृज उत्तर प्रांत के 111 प्रतिनिधियों / दायित्वधारियों के साथ ही राष्ट्रीय व क्षेत्रीय दायित्वधारियों की सहभागिता व गरिमामयी उपस्थित रही।
इस कार्यशाला में वर्तमान सत्र – 2024 -25 में क्षेत्रीय स्तर पर होने वाले विभिन्न सेवा व संस्कार के कार्यक्रमों के बारे में विस्तृत विचार विमर्श व चर्चा हुई कि किस प्रकार शाखा, प्रांत, क्षेत्रीय व राष्ट्रीय स्तर पर परिषद के विभिन्न प्रकल्पों का किर्यान्वन करते हुए समाज के बंचित वर्ग की सेवा एवं नई पीढ़ी को भारतीय संस्कृति व संस्कारों के सरंक्षण के लिए जागृत कर राष्ट्र सेवा हेतु तत्पर करना है व सम्पर्क के माध्यम से समाज के प्रबुद्ध व समर्थ वर्ग को परिषद परिवार से जोड़ कर राष्ट्रोत्थान के लिए समर्पण भाव से सेवायें देनें के लिए प्रेरित कर तैयार करना है।
आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में गजेंद्र सिंह संधू पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष, महेश बाबू गुप्ता राष्ट्रीय वित्त सचिव, सुरेश जैन राष्ट्रीय संगठन मंत्री, डा. तरुण शर्मा क्षेत्रीय अध्यक्ष, अनुराग दुबलिश क्षेत्रीय महासचिव व शरद चंद्र क्षेत्रीय संगठन मंत्री के अतिरिक्त अन्य राष्ट्रीय, क्षेत्रीय व प्रांतीय दायित्वधारियों की भी गरिमामयी उपस्थित रही व सभी का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ।
गजेंद्र सिंह संधु ने अपने संबोधन में कहा कि किस प्रकार हम परिवार प्रबोधन के अंतर्गत कुटुम्ब को संस्कारित कर परिवार, समाज व राष्ट्र को संस्कारवान कर सम्पूर्ण विश्व को अपनी सनातन परम्परा, दर्शन व संस्कृति द्वारा मानव कल्याण के लिए जागृत कर सकते हैं।