मिर्जापुर: मिर्जापुर में शीतलहरी के चलते बेहाल लोगों के बीच कोन विकास खण्ड के दलापट्टी ग्राम में भारत विकास परिषद ने पात्रों के बीच कंबल वितरण किया। इस मौके पर मुख्य अतिथि पद से भाजपा प्रदेश कार्य समिति सदस्य मनोज श्रीवास्तव ने कहा कि धन का सबसे अच्छा प्रयोग दान है, जो मानव को अपने कृत्यों से दूसरों के बीच खुशियां बांटने का मौका देता है।
मनोज श्रीवास्तव ने कहा कि आदिकाल से भारत सेवा सत्कार और अपनत्व की भूमि रही है। भारतीय संस्कृति में भेदभाव और छुआछूत का कोई स्थान नहीं था। भारतीय जन मानस को तोड़ने के लिए साजिश के तहत भेदभाव और छुआछूत थोपा गया, जिसका खामियाजा देश और समाज भुगत रहा है। कहा कि कड़ाके की ठंड और कंबल कोई भेदभाव नहीं रखते। जो कंबल की शरण में आता है राहत उसे ही मिलती हैं।
मानव सेवा को बताया गया श्रेष्ठ
ठिठुरन के बीच जरूरतमंद लोगों को चिन्हित करके कंबल का वितरण साक्षात नारायण की सेवा है। शास्त्रों में कहा गया है कि नर सेवा ही नारायण सेवा है। भारत विकास परिषद के अध्यक्ष गोवर्धन त्रिपाठी ने कहा कि भारतीय संस्कृति में मानव सेवा को श्रेष्ठ बताया गया है। परिषद सेवा संस्कार के लक्ष्य के अनुरूप समाज के जरूरतमंद लोगों की सेवा में रत हैं।
जरूरतमंदों को किया चिह्नित
चिकित्सा, शिक्षा, दिव्यांग जनों की सेवा के लिए शिविर का आयोजन करती रहती हैं। गंगा नदी के किनारे बसे गांव के जरूरतमंद को चिह्नि कर सेवा का परम सौभाग्य मिला है। सेवा शिविर में पूर्व नगर संघचालक पूनम चंद जैन, अनिल तिवारी, विष्णु नारायण मालवीय, ग्राम प्रधान अरुण यादव, सुनील कुमार, पूर्व प्रधान कृष्ण मुरारी यादव, अर्जुन सोनकर, बहादुर सरोज समेत तमाम ग्रामीण मौजूद थे।