लखनऊ: स्वस्थ, समर्थ और संस्कारित भारत के संकल्प को बढ़ावा देने के उद्देश्य से भारत विकास परिषद् उत्तर मध्य क्षेत्र ने क्षेत्र स्तरीय भारत को जानो प्रतियोगिता का भव्य आयोजन रविवार 27 नवंबर 2022 को लखनऊ के इंदिरा नगर स्थित शेरवुड अकैडमी में किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्वलन और ईश वंदना के साथ हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भारत विकास परिषद् के राष्ट्रीय महामंत्री श्री श्याम शर्मा और विशिष्ट अतिथि अब्दुल कलाम टेक्निकल विश्वविद्यालय लखनऊ के उप कुल सचिव श्री राजीव कुमार सिंह जी और भारत विकास परिषद् के संगठन मंत्री श्री विक्रांत खंडेलवाल थे, कार्यक्रम की अध्यक्षता भाविप उत्तर मध्य क्षेत्र 2 के क्षेत्रीय अध्यक्ष श्री मुकेश जैन जी तथा कार्यक्रम पर्यवेक्षक की भूमिका में भारत को जानो के राष्ट्रीय प्रोजेक्ट चेयरमैन श्री राकेश सचदेवा थे । इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है कि भारत के हर पहलू जैसे. सामाजिक, सांस्कृतिक, नैतिक, राष्ट्रीय एवं आध्यात्मिक क्षेत्रों में देश के बारे में अधिक से अधिक जानकारी प्राप्त कर देश के प्रति गौरव का बोध जगे और हमारा देश : स्वस्थ – समर्थ – संस्कारित भारत ।
आज की क्षेत्र स्तरीय भारत को जानों प्रतियोगिता-2022 उत्तर मध्य क्षेत्र -2 द्वारा आयोजित की गयी है रीज़न-2 के अंतर्गत आने वाले 6 प्रान्तों से 6 टीमें सीनियर ग्रुप की और 6 टीमें जूनियर ग्रुप की कुल 12 टीमों ने इस प्रतियोगिता में हिस्सा लिया ।
जिसमे सीनियर ग्रुप से काशी प्रान्त टीम संत अतुलानंद कान्वेंट स्कूल वाराणसी के आदित्य गौरव और सुश्री मैत्रेयी रघुवंशी को विजयी घोषित किया गया और जूनियर ग्रुप से अवध प्रान्त टीम रेड रोज सीनियर सेकेंडरी स्कूल लखनऊ के दिव्यांश त्रिपाठी और आराध्या शुक्ला विजयी घोषित हुए।
कार्यक्रम में देश के भिन्न भिन्न प्रान्तों से पधारे वक्ताओं ने अपने अपने उदगार व्यक्त किये, भारत विकास परिषद् के क्षेत्रीय अध्यक्ष श्री मुकेश जैन ने सभी मेहमानों का स्वागत किया और कहा कि आज की विजेता टीम आगामी 7 जनवरी को राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लेने दिल्ली जाएगी, उन्होंने बताया कि देश में हम अनेक अस्पतालों के जरिये समाज के जरूरतमंद लोगों को स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान कर रहे हैं लखनऊ में भी हमारे डॉ स्वास्थ्य केंद्र अपनी सेवाएँ दे रहे हैं और तीसरा अस्पताल कृष्णा नगर में शीघ्र ही खुलने वाला है
भारत को जानों प्रतियोगिता के नेशनल चेयरमैन श्री राकेश सचदेवा ने इसकी उपयोगिता के बारे में बताया कि इस प्रतियोगिता के माध्यम से बच्चों में भारत के गौरवशाली इतिहास ,संस्कृति,महाग्रंथों,महाकाव्यों और धरोहरों के प्रति जिज्ञासा पैदा करने का एक प्रयास है
एकेटीयू के उप कुल सचिव डॉ राजीव कुमार सिंह जी ने अपने उदगार व्यक्त करते हुए कहा कि मुझे यह जानकार प्रसन्नता हुई कि भारत विकास परिषद् अपने उत्तम सेवा कार्यों के जरिए बच्चों में देश के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए उन्हें संस्कारित करने का कार्य कर रहा हैउन्होंने आगे बताया कि विश्वविद्यालय में भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए परिसर में प्रेरक सद्वाक्य लिखवाए गए हैं
भारत विकास परिषद् के राष्ट्रीय महामंत्री श्री श्याम शर्मा जी ने बताया कि हमारी टीम के सदस्यों की महीनों की साधना के परिणामस्वरूप हम ऐसे कार्यक्रम को आयोजित कर पते हैं यह प्रतियोगिता बच्चों में अपने देश को जानने और समझने की एक स्वाभाविक सोच पैदा करती है और इसके माध्यम से संस्कार के बीजों को बच्चों में डालने का एक सार्थक प्रयास है
स्वामी विवेकानन्द जी का कथन है कि ‘‘अतीत की नींव पर ही भविष्य की श्रेष्ठताओं का निर्माण होता है।’’ सत्य है कि गौरवपूर्ण अतीत से प्राप्त आत्म -गौरव का भाव तथा प्रगतिशील वर्तमान से प्राप्त आत्मविश्वास, हमें उज्जवल भविष्य की ओर अग्रसर करने में सहायक होता है। भारत के इसी गौरवपूर्ण अतीत और प्रगतिशील वर्तमान से संबंधित विभिन्न विषयों की प्रेरक व ज्ञानवर्द्धक जानकारी पर ही आधारित होती है यह, ‘‘भारत को जानो प्रतियोगिता’’।
प्रांतीय महासचिव श्री देवेन्द्र स्वरुप शुक्ल ने बताया कि भारत को जानो प्रतियोगिता तीन स्तरों पर, कनिष्ठ (कक्षा 6 से 8) तथा वरिष्ठ (कक्षा 9 से 12) दो वर्गों में होती है। रीजनल स्तर पर विजेता टीमों को राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में भेजा जाता है, लगभग 15 लाख से अधिक विद्यार्थी इस प्रतियोगिता में भाग लेते हैं।आज की विजेता टीम आगामी 7 जनवरी को राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लेने दिल्ली रवाना होगी
भारत विकास परिषद एक सेवा एवं संस्कार-उन्मुख अराजनैतिक, सामाजिक-सांस्कृतिक स्वयंसेवी संस्था है जो स्वामी विवेकानंद जी के आदर्शो को अपनाते हुए मानव-जीवन के सभी क्षेत्रों (संस्कृति, समाज, शिक्षा, नीति, अध्यात्म, राष्ट्रप्रेम आदि) में भारत के सर्वांगीण विकास के लिये समर्पित है। इसका लक्ष्यवाक्य है – “स्वस्थ, समर्थ, संस्कारित भारत”।