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उत्तर मध्य क्षेत्र एन सी आर- 1 की क्षेत्रीय परिषद की कार्यशाला अयोजित

मुरादाबाद: आज सामाजिक परिवेश के साथ – साथ भारत भी बदल रहा है हमें सबको वर्तमान की परिस्थितियों के अनुरूप समग्र विकास के लिए मिल कर कार्य करने की जरूरत है। भारत विकास परिषद एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाने हेतु सजग और सतर्क हैं। भारत विकास परिषद के राष्ट्रीय संगठन मंत्री सुरेश चन्द जैन ने मुरादाबाद स्थित होटल राही में रूहेलखंड पश्चिम विकास रत्न प्रांत की संभल कलिक शाखा दुबारा अयोजित उत्तर मध्य क्षेत्र एन सी आर- 1 की एक दिवसीय क्षेत्रीय परिषद की कार्यशाला की बैठक में सुरेश चन्द जैन ने मुख्य वक्ता के रुप में उक्त विचार व्यक्त करते हुए कहे। जैन ने कहा कि भारत विकास परिषद को समाज और देश के प्रति अपनी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए सदैव तत्पर रहना होगा। जिस तरह से हिन्दू बेटियों को मुस्लिम समुदाय धर्म परिवर्तन के साथ ही अपने प्रेम जाल में फंसाकर उनका शोषण कर रहा है वह आज चिंता का सबब बन रहा है। यह हमारे सामाजिक ताने बाने पर सीधा हमला नहीं तो और क्या है। हमें पारिवारिक संस्कारो पर ध्यान केंद्रित करना होगा। मोबाइल संस्कृति के चलते परिवार टूट रहे हैं। फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम पर यह वर्ग विशेष रूप से सक्रिय हैं।

राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुनील खेड़ा ने कहा कि भारत विकास परिषद की देश भर में 1500 सौ से अधिक शाखाएं हैं। भारत विकास परिषद की शुरुआत 1963 में दिल्ली में हुई थी और हमे गर्व है कि उस वक्त जिन मूल्यों को लेकर परिषद की स्थापना की गई थी। परिषद उस दिशा में निरंतर आगे बढ़ रही है। एन सी आर – 1के क्षेत्रीय अध्यक्ष अरुण शर्मा ने अपने स्वागत उद्बोधन में कहा कि समाज के प्रबुद्ध एवम् सम्पन्न लोगों को जोड़ना परिषद का मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि यदि संस्कार नहीं है तो आपको समर्थवान नहीं कहा जा सकता। समाज के काम आ रहा व्यक्ति ही सम्पन्नता का धोतक है।

महासचिव अनुराग दुबलिश ने कहा कि हमें आज संस्कार और सेवा पर फोकस करते हुए अपना लक्ष्य प्राप्त करने की आवश्यकता है। कार्यशाला में उन्होंने बताया कि शाखाओ में किस प्रकार से वित्तीय अनुशासन व प्रबंधन स्थापित किया जाना आवश्यक है। कार्यशाला में उत्तराखंड प्रांत (पश्चिम)की महासचिव डॉ मनीषा सिंहल ने अपने प्रांत की रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए कहा भारत विकास परिषद पांच सूत्रीय संपर्क ,सहयोग ,संस्कार, सेवा, समर्पण भाव को लेकर आगे बढ़ रहा है। डॉ मनीषा सिंहल ने महिलाओ की समस्याओ के साथ ही बाल विकास पर जोर देते हुए कहा कि आज भी महिलाओ को आत्म निर्भर बनाने के लिए बहुत अधिक काम करने की जरूरत है। उत्तराखंड प्रांत पश्चिम के प्रांतीय अध्यक्ष बृज प्रकाश गुप्ता ने बताया कि बच्चों में कुपोषण दूर करने के लिए परिषद कई तरह के प्रोग्राम चला रही है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रांत विकास रत्न वाला प्रांत हैं। और आज की कार्यशाला में पूरे प्रांत के पदाधिकारी भाग ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारे प्रांत को यहां पर सम्मानित किया गया है यह हमारे लिए बहुत ही गर्व की बात है।

वही कार्यशाला का सफल संचालन करते हुए अनुराग दुबलिश ने परिषद द्वारा अब तक संचालित किए गए कार्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला। और परिषद के आगामी कार्य की रुप रेखा प्रस्तुत की। इस कार्यशाला के अवसर पर प्रांतीय संरक्षक अर्जुन दास भारद्वाज, प्रांतीय महिला संयोजिका सुगंध जैन, प्रांतीय संगठन मंत्री ललित पांडेय, प्रांतीय वित्त सचिव रोहित कोचग्वे, प्रांतीय मीडिया प्रभारी अमित कुमार गुप्ता, महिला एवम् बाल विकास मंत्री श्रीमती संगीता सिंह आदि पदाधिकारी मौजूद रहें।कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए क्षेत्रीय संरक्षक भगवान सहाय अग्रवाल ने कहा कि आज की इस कार्यशाला में 8 राज्यों के पदाधिकारी भाग ले रहे हैं। हम सभी का स्वागत करते हुए गर्व महसूस रहे हैं।