Shapura: भारत विकास परिषद की शाहपुरा शाखा की ओर से रविवार को आदर्श विद्या मन्दिर गांधीपुरी में भाविप राजस्थान मध्य प्रांत की प्रांतीय महिला कार्यशाला आयोजन किया गया. इसमें प्रांत की शाखाओं से करीब 175 संभागियों ने इसमें भाग लिया. शाहपुरा शाखा की महिलाओं ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं.
भारत विकास परिषद राजस्थान मध्य प्रांत की प्रांतीय महिला कार्यशाला श्री कल्याणी का आयोजन किया गया. इस दौरान राष्ट्रीय संपर्क मंत्री मालचन्द गर्ग, राष्ट्रीय वाइस चेयरमैन (चेयर पर्सन महिला एवं बाल विकास) संतोष गोधा, क्षेत्रीय अध्यक्ष उत्तर पश्चिम प्रांत डीडी शर्मा, क्षेत्रीय महासचिव त्रिभुवन शर्मा, राजयोग केंद्र शाहपुरा मौजूद रहे.
कार्य योजना तैयार की
प्रांतीय सह महिला प्रमुख सुनीता नारानीवाल और शाहपुरा शाखा अध्यक्ष जयदेव जोशी ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कार्यशाला में महिलाओं का अभिनंदन किया. कार्यशाला की पहले सत्र में परिषद के प्रकल्प की चर्चा की गई और उसके आधार पर कार्य योजना तैयार की गई. कार्यशाला में सेवा संस्कार संपर्क और महिला और बाल विकास के प्रकल्पों के बारे में जानकारी साझा की गई. विभिन्न शहरों से आए पदाधिकारियों को स्वावलंबन और स्वास्थ्य से जुड़े कार्यक्रमों के बारे में प्रशिक्षित किया गया कि उन्हें आगे चलकर किस तरह से इन कार्यक्रमों को गति देनी है.
प्रांतीय महिला प्रमुख सुमन बड़ोला ने प्रांतीय प्रतिवेदन पेश किया और श्रेष्ठ कार्यक्रम आयोजन के लिए सभी का आभार व्यक्त किया. बड़ोला ने महिला कार्यशाला की आवश्यकता पर कहा कि नारी की सफलता तभी संभव है जब परिवार से सहयोग और सभी का साथ हो. उन्होंने कहा कि मातृशक्ति को अपनी ऊर्जा और शक्ति को संग्रहित कर संस्कार निर्माण के कार्य में लगाना चाहिए.
महिला आत्मनिर्भरता पर की चर्चा
प्रांतीय संयोजिका रेखा जैन ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, नवरात्र उत्सव की प्रांतीय रिपोर्ट सदन के सामने रखी. उन्होंने बताया कि प्रांत की कई शाखाओं ने अपने-अपने क्षेत्र में विभिन्न नवाचारों को करते हुए बेटी बचाओ का संदेश जनमानस तक पहुंचाने का कार्य किया. संस्कृति सप्ताह संयोजिका भारती मोदानी ने महिला आत्मनिर्भरता पर अपनी बात रखी. महिला जागरूकता संयोजिका प्रतिभा कोठारी ने अपने विचार रखे. शाहपुरा शाखा महिला प्रमुख इन्दु धुपिया ने कन्या भ्रूण हत्या पर कविता प्रस्तुत दी. क्षेत्रीय मंत्री गुणमाला अग्रवाल ने कार्यशाला की आवश्यकता और महत्ता पर प्रकाश डाला. इस मौके पर भारत विकास परिषद के राष्ट्रीय संपर्क मंत्री मालचन्द गर्ग ने कहा कि भारत विकास परिषद एक ऐसे समाज की कल्पना पर कार्य करती है, जिसमें सभी सक्षम हों.
नारी सीता बने, पुरुष राम खुद ही बन जाएंगे.
प्रांतीय सह महिला प्रमुख सुनीता नाराणीवाल ने प्रकल्पों की जानकारी दी और आग्रह किया की सभी शाखाएं बढ़चढ़ कर कार्यक्रम का आयोजन करें. भाविप के प्रांतीय वित सचिव पवन कुमार बांगड़ ने समाज में नारी की महत्ता पर कहां कि खुद सीता बनें तो पुरुष राम खुद ही बन जाएंगे. क्षेत्रीय अध्यक्ष डीडी शर्मा ने प्रत्येक सत्र के वक्ताओं और प्रकल्प की व्याख्या करते हुए परिषद में जीवंत संपर्क और समर्पित कार्यकर्ता को महत्वपूर्ण बताया. उन्होंने खुले सत्र में महिलाओं द्वारा पूछे गए प्रश्न और शंकाओं का समाधान करते हुए महिलाओं को कार्य करने के लिए प्रेरित किया. कार्यशाला के समापन सत्र में राष्ट्रीय महिला एवं बाल विकास की वाइस चेयरमेन संतोष गोधा ने महिला आत्मनिर्भरता के कार्यक्रम के संदर्भ में मार्गदर्शन देते हुए राजस्थान मध्य प्रांत की मातृशक्ति द्वारा किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा की और उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं. प्रांतीय अध्यक्ष पारसमल बोहरा ने बताया कि देश के नव निर्माण के लिए संपन्न और प्रबुद्ध वर्ग को परिषद से जोड़कर समाज में परिवर्तन लाना ही हमारा प्रमुख लक्ष्य है.
प्रांतीय महासचिव गोविंद अग्रवाल ने शाखा सम्मान कार्यक्रम के अंतर्गत महिला एवं बाल विकास के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य हेतु प्रांत की शाखाओं के नामों की घोषणा की, जिन्हें कार्यशाला में उपस्थित केंद्रीय एवं रीजनल दायित्वधारियों द्वारा शाखाओं की मातृशक्ति को सम्मानित किया गया. मंच संचालन रेखा जैन और कमलेश बंट ने किया. इस अवसर पर शाहपुरा शाखा के अध्यक्ष जयदेव जोशी और सचिव सत्यनारायण सेन सहित सभी कार्यकर्ता उपस्थित थे. प्रांतीय अध्यक्ष पारस बोहरा और राष्ट्रीय संपर्क मंत्री का स्वागत भाविप के संरक्षक यशपाल पाटनी ने किया. डीडी शर्मा का स्वागत परमेश्वर सुथार ने किया और त्रिभुवन शर्मा का स्वागत जयदेव जोशी अध्यक्ष ने किया.