This annual programme of Vikas Week / Sanskriti Saptah is conducted during the months of July to September. It enables the members to work together in numerous programmes and helps create awareness about the work of the Parishad among the citizens. The main emphasis under this programme is on Sampark and Sahyog.
संस्कृति सप्ताह परिषद् का प्रचार-प्रसार एवं जन-सम्पर्क का प्रमुख कार्यक्रम है। परिषद् के सभी आधार स्तम्भों के प्रस्तुतिकरण का सशक्त माध्यम है। भारतीय संस्कृति एवं संस्कारयुक्त कार्यक्रम समाज के सम्मुख रखकर परिषद् का नाम और प्रतिष्ठा बढ़ाना ही संस्कृति सप्ताह को आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य है।
समाज के अर्द्धांग अर्थात् महिलाएँ समाज का अत्यन्त महत्वपूर्ण अंग हैं। बिना उनकी सक्रिय भागीदारी के समाज के सर्वांगीण विकास की कल्पना बेमानी है। महिलाएँ आगे बढ़ें, समाज के कार्यों में उनकी रुचि बढ़े, उनकी उत्तरदायित्व की भावना में वृद्धि हो और वे समाज की अग्रिम पंक्ति में अपना स्थान बनायें इस विचार से संस्कृति सप्ताह का आयोजन महिला सदस्यों द्वारा पुरुष सदस्यों के सहयोग से सम्पादित किया जाता है। इस दौरान समाज के सभी वर्गों एवं सभी उम्र के लोगों के लिए कार्यक्रम करने का प्रयास रहता है।
प्रान्त की परिस्थितियों एवं सुविधा की दृष्टि से इस हेतु निर्धारित मास सितम्बर में से किसी एक सप्ताह का चयन कर सभी शाखाओं में इन्हीं चयनित तिथियों में आयोजन किया जाता है ताकि पूरे प्रान्त में परिषद्मय वातावरण बन सके। सप्ताह में पाँच या इससे अधिक कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं।
परिषद् परिवार में अनेक प्रतिभाएँ हैं, आवश्यकता है उन्हें उचित अवसर प्रदान कर आगे लाने की ताकि उनकी प्रतिभा समाज के सम्मुख आ सके और उसका समुचित सदुपयोग हो। इसमें परिषद् सदस्य, परिषद् परिवार की महिलाएँ व बच्चें ही भाग लेते हैं। कार्यक्रम राष्ट्रभक्ति, भारतीय संस्कृति, लोक संस्कृति आदि पर आधारित होते हैं।