कोटा. कैंसर से संबंधित सभी तरह का इलाज अब कोटा में ही होगा। मरीजों को इलाज के लिए दिल्ली मुंबई नहीं जाना होगा। इसके लिए कोटा विश्वविद्यालय के पास उच्च गुणवत्ता वाले कैंसर इंस्टीट्यूट एवं विश्वविद्यालय की स्थापना होगी। हालांकि इसके निर्माण में तीन साल का समय लगेगा। राज्य सरकार से जमीन मिलने की घोषणा होते ही भारत विकास परिषद की टीम ने अपनी कार्रवाई शुरू कर दी है।
राज्य सरकार ने मंगलवार को हुई केबीनेट की मीटिंग में भारत विकास सेवा संस्थान को 11.88 हैक्टेयर जमीन देने की स्वीकृति दे दी थी। संस्थान इसके लिए लंबे समय से प्रयास कर रहा था। जमीन मिलने की स्वीकृति मिलते ही संस्थान की ओर से आगे की नीति तैयार करना शुरू हो गया है। संस्थान के अध्यक्ष श्याम शर्मा ने बताया कि जमीन के कागज मिलते ही हमारी कार्रवाई शुरू हो जाएगी।
हाड़ौती में 35 हजार कैंसर रोगी
शर्मा ने बताया कि कोटा में कैंसर इंस्टीट्यूट की स्थापना करने से पहले संस्थान यहांं पर कैंसर की बीमारी के बारे में सर्वे करवाया। इसमें पाया कि प्रथम स्टेज में लगभग दो लाख से अधिक लोग इससे पीड़ित हैं। दूसरी स्टेज में एक लाख तथा तीसरी स्टेज जो अंतिम मानी जाती है में 35 से 50 हजार मरीज हैं। इसे देखते हुए ही कोटा में इसकी स्थापना की जा रही है।
बेहतर सुविधाएं मिलेंगी
उन्होंने कहा कि इस इंस्टीट्यूट को इस प्रकार से बनाया जा रहा है, जिसमें देश के अन्य शहरों में मिलने वाली सेवाएं मिलेंगी। मरीजों को इलाज के लिए दिल्ली व मुंबई शहरों में नहीं जाना पड़ेगा। हर प्रकार थेरेपी, हर प्रकार जांच, उनके रहने के अलावा परिजनों के लिए रहने की धर्मशाला व कम कीमत पर खाने तक की व्यवस्था होगी। कैंसर के अंतिम चरण में होने वाले दर्द के दौरान भी यहां रहने की व्यवस्था होगी। उन्होंने कहा कि प्रयास यह है कि तीन माह के अंदर जमीन का भूमि पूजन करके काम शुरू करवा दें, ताकि तीन साल में इसे पूरा बना सकें। पहले चरण में इस पर 150 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इसके बाद योजना बनती जाएगी, काम होता रहेगा। इसमें शहर की जनता व अन्य संस्थाओं का भी सहयोग लिया जाएगा।
कम पैसे में होगा इलाज
शर्मा ने कहा कि हमारी संस्था नो लोस-नो प्रोफिट पर काम करती है। कैंसर इंस्टीट्यूट में भी लोगों का इलाज सस्ते में होगा। अभी लोगों को शहर से बाहर बड़े शहरों में जाने व इलाज कराने में लाखों रुपए खर्च करने होते हैं, इससे उन्हें राहत मिलेगी। हमारा भी प्रयास रहेगा कि लोगों को सस्ती दर पर अच्छी सुविधाएं दे। अच्छे एक्सपर्ट भी यहां लाए जाएंगे, जो बेहतर इलाज कर सकें।