Rashtriya Chetna Ke Swar - राष्ट्रीय चेतना के स्वर

राष्ट्र की जय चेतना


राष्ट्र की जय चेतना का गान वंदे मातरम्, 

राष्ट्रभक्ति प्रेरणा का गान वंदे मातरम्।। 
वंदे मातरम् …. 

वंशी के बहते स्वरों का प्राण वंदे मातरम्, 
झल्लरी झनकार झनके नाद वंदे मातरम्, 
शंख के संघोष का संदेश वंदे मातरम्।।1।। 

सृष्टि बीज मंत्र  का है मर्म वन्दे मातरम्, 
राम के वनवास का काव्य है वंदे मातरम्, 
दिव्य गीता ज्ञान का संगीत वंदे मातरम्।।2।। 

हल्दीघाटी के कणों में व्याप्त वंदे मातरम्, 
दिव्य जौहर ज्वाल का है तेज वंदे मातरम्, 
वीरों के बलिदान की हुंकार वंदे मातरम्।।3।। 

जन-जन के हर कंठ का हो गान वंदे मातरम्, 
अरिदल थर-थर काँपे सुनकर नाद वंदे मातरम्, 
वीर पुत्रों की अमर ललकार वंदे मातरम्।।4।।